
अकबर का मकबरा, जिसे सिकंदरा में स्थित Akbar’s Tomb के नाम से जाना जाता है, आगरा की बाहरी सीमा पर दिल्ली–आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग (NH‑2 / Mathura Road) के किनारे लगभग 8–10 किमी दूर स्थित है
अकबर का मकबरा (Tomb of Akbar), अपनी शानदार Mughal वास्तुकला, मुग़ल-राजपूत शैली के संगमरमर–पत्थर के संयोजन, शांत चारबाग उद्यानों एवं ऐतिहासिक घटनाओं के कारण आगरा के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से एक है। यह न सिर्फ इतिहास में रुचि रखने वालों के लिए उत्कृष्ट स्थल है, बल्कि यात्रा प्रेमियों, वास्तुकला विशेषज्ञों और सांस्कृतिक अनुभव चाहने वालों के लिए भी बहुत आकर्षक जगह है।
अकबर- जलाल उद्दीन मोहम्मद अकबर (उर्दू) جلال الدین محمد اکبر (१५ अक्तूबर, १५४२-२७ अक्तूबर, १६०५) तैमूरी वंशावली के मुगल वंश का तीसरा शासक था।
अकबर एक महान मुग़ल बादशाह था, वैसे तो अकबर ने अपने समय में बहुत से महान काम किये है, और उन्हीं कामों की वजह से हर धर्म के लोगों ने अकबर को बहुत प्रेम भी दिया। अकबर हर धर्म के लोगो का और उनके धर्म का बहुत आदर करता था। इसी वजह से अकबर के किले में बड़े पदों पर हर धर्म के लोग थे।
जो अकबर के मुख्य सलाकार भी थे। अकबर ने अपने शासन काल के समय में बहुत से महान काम किये। जैसे, अकबर ने हिन्दुओं पर लगे जज़िया कर को १५६२ में अकबर ने हटा दिया। किंतु १५७५ में मुस्लिम नेताओं के विरोध के कारण वापस लगाना पड़ा। हालांकि उसने बाद में इसे नीतिपूर्वक वापस हटा लिया।
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जज़िया गरीब हिन्दुओं को गरीबी से विवश करने के लिए और इस्लाम की शरण लेने के लिए लगाया जाता था। यह जज़िया मुस्लिम लोगों पर नहीं लगाया जाता था। इस कर के कारण बहुत सी गरीब हिन्दू जनसंख्या पर बोझ पड़ता था, जिससे विवश होकर वे इस्लाम कबूल कर लिया करते थे।
अकबर एक मुसलमान था, पर दूसरे धर्म एवं संप्रदायों के लिए भी उसके मन में बहुत आदर था। जैसे-जैसे अकबर की आयु बढ़ती गई। वैसे-वैसे उसकी धर्म के प्रति रुचि बढ़ने लगी। उसे विशेषकर हिंदू धर्म के प्रति अपने लगाव के लिए जाना जाता हैं।
उसने अपने पूर्वजो से विपरीत कई हिंदू राजकुमारियों से शादी की। इसके अलावा अकबर ने अपने राज्य में हिन्दुओ को विभिन्न राजसी पदों पर भी आसीन किया। जो कि किसी भी भूतपूर्व मुस्लिम शासक ने नही किया था। वह यह जान गया था कि भारत में लम्बे समय तक राज करने के लिए, उसे यहाँ के मूल निवासियों को उचित एवं बराबरी का स्थान देना होगा।
अकबर की इसी बात से, अकबर एक महान मुग़ल बादशाह बना। पुरे मुग़ल बादशाहों में से अकबर ही एक ऐसा बादशाह था। जिसने हर जाति के लोगो से एक जैसा प्यार पाया। मुग़ल बादशाहों के द्वारा बनाए गए। सुन्दर किले, मीनारे, मकबरे भारत में मुस्लिम कला एक बहुत ही महत्वपुर्ण जगह रखती है।
अकबर मुग़ल सम्राट का मक़बरा-अकबर मुग़ल सम्राट का मक़बरा एक महत्वपूर्ण मुग़ल स्थापत्य कृति का मक़बरा है। यह 1604-1613 में बनाया गया था और यह आगरा, उत्तर प्रदेश, भारत के एक उप-क्षेत्र सिकंदरा में 119 एकड़ जमीन में स्थित है।
अकबर के इस मकबरे का दक्षिणी द्वार सबसे बड़ा द्वार है। जिसमें चार सफ़ेद संगमरमर छतरी वाले शीर्ष मीनार हैं। जो ताजमहल के समान (और पूर्व-तिथि) हैं, और कब्र में प्रवेश का सामान्य बिंदु है। यह मकबरा स्वयं एक चारदीवारी से घिरा हुआ है। जो कि 105 मीटर वर्ग का है।
मकबरे की इमारत एक चार-स्तरीय पिरामिड है, जिसमें एक संगमरमर का मंडप है, जिसमें झूठी कब्र है। अन्य मकबरों की तरह असली मकबरा, तहखाने में है। इमारतों का निर्माण मुख्य रूप से गहरे लाल बलुआ पत्थर से किया गया है। जो सफेद संगमरमर में सुविधाओं से समृद्ध है।
अकबर जितना ही महान था। उसकी कब्र उतनी ही साधारण है। अकबर की कब्र सफ़ेद संगमरमर से बनी है। लेकिन उसकी कब्र पर किसी भी तरह की कोई कला नहीं की गई है। अकबर का यह मकबरा लाल बलुआ पत्थर और सफेद संगमरमर से बना हुआ है। अकबर के इस मकबरे पर हिन्दू और मुस्लिम कला की बेहतरीन कला को देखा जा सकता है।
अकबर के मकबरे का निर्माण उनके बेटे राजकुमार सलीम (जहाँगीर) ने करवाया था। अकबर ने अपने मकबरे की योजना बनाई और इसके लिए एक उपयुक्त स्थल का चयन किया। उनकी मृत्यु के बाद, अकबर के बेटे जहाँगीर ने 1604 -1613 में निर्माण पूरा किया। लेकिन इस्लामिक शासक औरंगजेब के शासन के समय में।
विद्रोही जाट राजा राम जाट के नेतृत्व में उसके खिलाफ उठे, उन्होंने मुगल सेना को हराने के बाद आगरा के किले पर अधिकार कर लिया। जिसके कारण मुगल प्रतिष्ठा को एक और झटका लगा। जब जाटों ने अकबर की जटिल कब्र को तोड़ दिया। अन्य सभी चीजों को नष्ट करते हुए, सभी सुंदर सोने, जवाहरात, चांदी और कालीनों को लूट लिया।
यहां तक कि उसने अपने पिता गोकुला की मौत का बदला लेने के लिए अकबर के मकबरे को लूटा, उसे लूटा, अकबर की कब्र खोली और हड्डियों को बाहर निकाला। इस वारदात से औरंगजेब इतना क्रुद्ध था कि उसने राजा राम को पकड़ लिया और उसे निर्दयता से मार डाला।
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