रुद्राक्ष क्या है और इसका इतिहास क्या है?
रुद्राक्ष (Rudraksha) एक पवित्र बीज है, जो एलीओकार्पस गणिट्रस (Elaeocarpus ganitrus) नामक वृक्ष से प्राप्त होता है। यह वृक्ष मुख्य रूप से नेपाल, भारत (हिमालय क्षेत्र), इंडोनेशिया और कुछ अन्य दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में पाया जाता है। रुद्राक्ष का संस्कृत अर्थ है – “रुद्र” (भगवान शिव) + “अक्ष” (आँख/आँसू) यानी “शिव के आँसू”।
यह एक पवित्र बीज (Seed) है, जो रुद्राक्ष के पेड़ से निकलता है।
इनकी सतह पर प्राकृतिक मेखलाएँ (mukhis) होती हैं, जिनकी संख्या 1 से लेकर 21 तक मानी जाती है।
हर मुखी रुद्राक्ष की अपनी अलग आध्यात्मिक, मानसिक और शारीरिक शक्ति होती है।
|
![]() |
रुद्राक्ष का इतिहास और उत्पत्ति
पुराणों और कथाओं में
शिवपुराण, पद्मपुराण और लिंगपुराण में उल्लेख है कि एक बार भगवान शिव गहन तपस्या में लीन थे। जब उन्होंने अपनी आँखें खोलीं, तो उनकी करुणा से आँसू गिरे और वे आँसू पृथ्वी पर बीज बनकर रुद्राक्ष वृक्ष के रूप में उगे।
इसलिए इसे शिव का प्रतीक माना जाता है।
प्राचीन भारत में उपयोग
ऋषि-मुनि और साधु-संत प्राचीन काल से ध्यान और साधना में रुद्राक्ष की माला पहनते थे।
माना जाता था कि रुद्राक्ष धारण करने से मन शांत होता है, एकाग्रता बढ़ती है और आध्यात्मिक शक्ति मिलती है।
ऐतिहासिक प्रमाण
भारतीय ग्रंथों और तांत्रिक शास्त्रों में इसका उल्लेख हजारों साल पुराना है।
बौद्ध और हिंदू साधु इसे पहनते रहे हैं।
नेपाल और हिमालयी क्षेत्रों में रुद्राक्ष का व्यापार और उपयोग प्राचीन काल से होता आया है।
Shop Online for Furniture, Home Decor, Furnishings, Kitchenware, Dining, Home Appliances & Living Products @ Pepperfry.com
![]() |
![]() |
वैज्ञानिक दृष्टि से
कुछ वैज्ञानिक अध्ययनों में यह पाया गया है कि रुद्राक्ष की सतह पर प्राकृतिक विद्युत-चुंबकीय ऊर्जा होती है।
यह ऊर्जा शरीर की बायोइलेक्ट्रिक तरंगों के साथ सामंजस्य बैठाती है, जिससे तनाव कम हो सकता है और मानसिक शांति मिल सकती है।
संक्षेप में, रुद्राक्ष शिव का आशीर्वाद माना जाता है, जिसका इतिहास धार्मिक ग्रंथों, आध्यात्मिक साधना और वैज्ञानिक अध्ययन – सभी से जुड़ा हुआ है।
रुद्राक्ष की शक्तियां क्या हैं?
रुद्राक्ष की शक्तियां और प्रभाव
1. आध्यात्मिक शक्तियां
भगवान शिव का आशीर्वाद माना जाता है।
साधना, ध्यान और मंत्र जाप में एकाग्रता बढ़ाता है।
नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा करता है।
आध्यात्मिक उन्नति और आंतरिक शांति देता है।
2. मानसिक और भावनात्मक लाभ
तनाव, चिंता और क्रोध को कम करता है।
मन को स्थिर और शांत बनाता है।
आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच बढ़ाता है।
Adidas is a multinational corporation which designs and manufactures |
3. शारीरिक लाभ
रक्तचाप (Blood Pressure) नियंत्रित रखने में मददगार।
हृदय संबंधी रोगों और तंत्रिका तंत्र (Nervous System) पर सकारात्मक प्रभाव।
शरीर की ऊर्जा संतुलित करता है।
4. धार्मिक और ऊर्जा संबंधी मान्यता
माना जाता है कि रुद्राक्ष धारण करने से पापों का नाश और पुण्य की प्राप्ति होती है।
इसे पहनने वाला व्यक्ति भगवान शिव की कृपा प्राप्त करता है।
घर या शरीर पर नकारात्मक शक्तियों का असर कम होता है।
ध्यान देने योग्य बात: रुद्राक्ष केवल श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक ही नहीं, बल्कि इसके बीज की बनावट और ऊर्जा तरंगें भी विज्ञान की दृष्टि से प्रभावशाली मानी जाती हैं।
रुद्राक्ष धारण करने से मानव शरीर में क्या परिवर्तन हो सकते हैं?
रुद्राक्ष धारण करने का प्रभाव केवल धार्मिक या आध्यात्मिक मान्यताओं तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह मानव शरीर और मन दोनों पर वैज्ञानिक व ऊर्जात्मक प्रभाव डालता है।
रुद्राक्ष धारण करने से मानव शरीर में संभावित परिवर्तन
1. तंत्रिका तंत्र (Nervous System) पर प्रभाव
रुद्राक्ष के बीज में प्राकृतिक इलेक्ट्रोमैग्नेटिक गुण होते हैं।
यह हृदय और मस्तिष्क की विद्युत गतिविधियों (Bioelectric impulses) को संतुलित करता है।
तनाव और बेचैनी को कम कर मन को स्थिर करता है।
2. रक्तचाप और हृदय पर प्रभाव
नियमित धारण करने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहने की संभावना रहती है।
हृदय गति (Heart rate) सामान्य रहती है, जिससे दिल से जुड़ी परेशानियाँ कम हो सकती हैं।
3. मानसिक संतुलन और ऊर्जा
यह शरीर की बायोएनर्जी को नियंत्रित करता है।
क्रोध, चिड़चिड़ापन और मानसिक अस्थिरता कम करता है।
ध्यान और एकाग्रता बढ़ाता है।
MuscleBlaze offers quality nutritional supplements like whey protein, BCAA, mass gainer, weight gainer, fish oil, multivitamins, fat burners, etc. at affordable prices |
![]() |
4. शरीर की प्रतिरोधक क्षमता (Immunity)
माना जाता है कि रुद्राक्ष शरीर के भीतर ऊर्जा का प्रवाह बेहतर करता है।
इससे थकान, कमजोरी और रोग प्रतिरोधक क्षमता पर सकारात्मक असर होता है।
5. भावनात्मक और मानसिक परिवर्तन
धारण करने वाला व्यक्ति अधिक सकारात्मक, शांत और आत्मविश्वासी हो सकता है।
भय, असुरक्षा और तनाव में कमी आती है।
नींद बेहतर होती है।
6. आभामंडल (Aura) पर प्रभाव
रुद्राक्ष पहनने से शरीर का ऊर्जात्मक क्षेत्र (Aura) मजबूत होता है।
नकारात्मक शक्तियों और नकारात्मक विचारों से सुरक्षा मिलती है।
|
![]() |
ध्यान रखने योग्य बातें
सही मुखी (mukhi) रुद्राक्ष का चयन बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि हर मुखी की अलग ऊर्जा होती है।
इसे शुद्ध और असली होना चाहिए, वरना लाभ नहीं मिलता।
हमेशा जप और श्रद्धा के साथ धारण करने पर प्रभाव अधिक दिखाई देता है।
रुद्राक्ष टोटल कितने मुखी के होते हैं और इसमें कौन-कौन सी ऊर्जा होती है
रुद्राक्ष के मुख (mukhi / faces / clefts) उसकी सबसे बड़ी विशेषता माने जाते हैं।
हर रुद्राक्ष की सतह पर बनने वाली रेखाएँ या खांचे (mukhis) उसकी ऊर्जा और प्रभाव बताते हैं।
रुद्राक्ष कुल कितने मुखी के होते हैं?
सामान्यतः रुद्राक्ष 1 मुखी से लेकर 21 मुखी तक पाए जाते हैं।
इनमें से 1 से 14 मुखी अधिक सामान्य और लोकप्रिय हैं।
कुछ अत्यंत दुर्लभ रुद्राक्ष 15–21 मुखी, गणेश, गरुड़, गौरीशंकर, त्रिजुटी आदि रूपों में भी मिलते हैं।
![]() |
Benefits of travel and vacation in life | ![]() |
रुद्राक्ष में कौन-सी ऊर्जा होती है?
रुद्राक्ष की ऊर्जा मुख्य रूप से तीन स्तरों पर कार्य करती है:
1. भौतिक (Physical Energy)
शरीर की बायोइलेक्ट्रिक करंट और ऊर्जा तरंगों को संतुलित करता है।
रक्तचाप नियंत्रित करता है और हृदय को स्वस्थ रखता है।
थकान कम करके शरीर में ताजगी भरता है।
2. मानसिक (Mental Energy)
मन को शांत और स्थिर करता है।
एकाग्रता, स्मरण शक्ति और मानसिक शक्ति को बढ़ाता है।
तनाव, भय और चिंता को कम करता है।
3. आध्यात्मिक (Spiritual Energy)
साधना, ध्यान और मंत्र जाप को शक्तिशाली बनाता है।
पहनने वाले को नकारात्मक शक्तियों और नकारात्मक विचारों से सुरक्षा देता है।
भगवान शिव की ऊर्जा का सीधा आशीर्वाद माना जाता है।
![]() |
Benefits of eating papaya | ![]() |
| मुखी रुद्राक्ष | ऊर्जा/शक्ति | संबद्ध देवता |
| 1 मुखी | एकाग्रता, मोक्ष, शिवतत्व की ऊर्जा | भगवान शिव |
| 2 मुखी | दांपत्य सुख, सामंजस्य | अर्धनारीश्वर |
| 3 मुखी | पाप नाश, आत्मशक्ति | अग्नि देव |
| 4 मुखी | ज्ञान, बुद्धि, वाणी की शक्ति | ब्रह्मा |
| 5 मुखी | स्वास्थ्य, लंबी आयु, मानसिक शांति | कलाग्निरुद्र (शिव) |
| 6 मुखी | आत्मविश्वास, साहस, यौवन शक्ति | कार्तिकेय |
| 7 मुखी | धन, समृद्धि, व्यवसायिक सफलता | महालक्ष्मी |
| 8 मुखी | बाधा निवारण, स्थिरता | गणेश जी |
| 9 मुखी | शक्ति, साहस, भय से मुक्ति | दुर्गा |
| 10 मुखी | नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा | विष्णु |
| 11 मुखी | वीरता, निर्णय क्षमता | हनुमान |
| 12 मुखी | तेज, ऊर्जा, आत्मविश्वास | सूर्य |
| 13 मुखी | आकर्षण, सफलता, समृद्धि | कामदेव / इंद्र |
| 14 मुखी | अंतर्ज्ञान, उच्च आध्यात्मिक शक्ति | हनुमान / शिव |
संक्षेप में, रुद्राक्ष एक प्राकृतिक ऊर्जा का स्रोत है जो शरीर, मन और आत्मा – तीनों स्तरों पर संतुलन और शक्ति प्रदान करता है।
कौन-सा मुखी रुद्राक्ष किस व्यक्ति के लिए विशेष रूप से उपयोगी है
व्यक्ति अनुसार उपयुक्त रुद्राक्ष
विद्यार्थी और ज्ञान प्राप्त करने वाले
4 मुखी → बुद्धि, ज्ञान और वाणी की शक्ति बढ़ाता है।
6 मुखी → पढ़ाई में एकाग्रता और स्मरण शक्ति बढ़ाता है।
नौकरी / व्यवसाय करने वाले
7 मुखी → धन और समृद्धि लाता है।
8 मुखी → बाधाएँ और रुकावटें दूर करता है।
10 मुखी → नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा देता है।
नेता, कलाकार और पब्लिक लाइफ वाले लोग
12 मुखी → सूर्य की ऊर्जा से आकर्षण, तेज और आत्मविश्वास मिलता है।
13 मुखी → लोकप्रियता, सफलता और प्रभाव बढ़ाता है।
|
![]() |
आध्यात्मिक साधक / योगी / ध्यान करने वाले
1 मुखी → मोक्ष और शिव की ऊर्जा देता है।
5 मुखी → ध्यान और मन की शांति के लिए सर्वोत्तम।
14 मुखी → अंतर्ज्ञान और आध्यात्मिक जागृति के लिए खास।
स्वास्थ्य समस्याओं वाले
5 मुखी → रक्तचाप नियंत्रित करता है और हृदय को मजबूत करता है।
9 मुखी → शक्ति और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
वैवाहिक जीवन और रिश्तों के लिए
2 मुखी → दांपत्य सुख और आपसी सामंजस्य बढ़ाता है।
गौरीशंकर रुद्राक्ष → पति-पत्नी के बीच प्रेम और एकता बनाए रखता है।
Klook is the leading travel and leisure e-commerce platform for experiences and services anytime, anywhere.
![]() |
![]() |
संक्षेप में:
साधारण जीवन में – 5 मुखी रुद्राक्ष हर किसी के लिए शुभ और सुरक्षित माना जाता है।
बाकी मुखी रुद्राक्ष व्यक्ति की जरूरत, समस्या और जीवन के लक्ष्य के अनुसार चुना जाता है।
विज्ञान रुद्राक्ष के बारे में क्या कहता है?
बायोइलेक्ट्रिक और मैग्नेटिक प्रभाव
रुद्राक्ष के बीज की सतह पर प्राकृतिक छिद्र और रेखाएँ (mukhis) होती हैं।
यह बीज शरीर के साथ संपर्क में आने पर बायोइलेक्ट्रिक करंट (Bioelectric impulses) को संतुलित करता है।
कुछ शोध बताते हैं कि रुद्राक्ष में हल्का इलेक्ट्रोमैग्नेटिक और डायइलेक्ट्रिक गुण होते हैं, जो शरीर की तंत्रिका गतिविधियों पर असर डाल सकते हैं।
ब्लड प्रेशर और हार्ट पर असर
Institute of Technology, Banaras Hindu University और कुछ अन्य शोधों में पाया गया कि रुद्राक्ष धारण करने से ब्लड प्रेशर (BP) नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
यह हृदय की धड़कन (heart rate) को सामान्य करता है और stress hormones (जैसे Cortisol) को कम करने में सहायक हो सकता है।
|
![]() |
माइक्रोवेव और ऊर्जा अवशोषण
कुछ वैज्ञानिक परीक्षणों में पाया गया कि रुद्राक्ष के बीज की संरचना माइक्रोवेव रेडिएशन और कुछ तरंगों (waves) को अवशोषित करने में सक्षम है।
इसका मतलब है कि यह negative energy या electromagnetic waves को कम करने में मददगार हो सकता है।
न्यूरोलॉजिकल (मस्तिष्क) पर प्रभाव
रुद्राक्ष पहनने पर शरीर में Bioelectrical Resistance बदलता है, जिससे nervous system संतुलित होता है।
इसके कारण stress, anxiety और depression जैसे लक्षणों में राहत मिल सकती है।
ध्यान और एकाग्रता बढ़ाने का वैज्ञानिक आधार भी यही है।
Placebo या वास्तविक प्रभाव?
कुछ वैज्ञानिक इसे placebo effect (विश्वास की शक्ति) मानते हैं।
लेकिन कई प्रयोगों में heart rate, BP और mental calmness पर इसके असर को रिकॉर्ड किया गया है।
यानी इसका प्रभाव विश्वास + भौतिक गुणों दोनों का परिणाम हो सकता है।
विज्ञान की सरल भाषा में
रुद्राक्ष = एक प्राकृतिक बायो-एनर्जी स्टोरेज और बैलेंसर
यह हमारे शरीर की विद्युत-चुंबकीय तरंगों को संतुलित करता है, जिससे मन और शरीर दोनों पर सकारात्मक असर होता है।
नोट:- रुद्राक्ष के बारे में आपकी क्या राय है? नीचे कमेंट बॉक्स में हमें ज़रूर बताएँ। आपकी राय हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
|
![]() |










